ऐतिहासिक पद्धति (Historical Method) का विस्तृत अध्ययन With PDF📂
परिचय :
ऐतिहासिक
शोध प्रणाली
का मुख्य
उद्देश्य अतीत
की घटनाओं,
प्रक्रियाओं और
उनके कारणों
को गहराई
से देखना
है। इस
तरह हम
किसी भी
घटना को
उसके ऐतिहासिक
संदर्भ में
समझते हैं
और यह
देखते हैं
कि अतीत
की घटनाओं
का वर्तमान
और भविष्य
पर क्या
प्रभाव हो
सकता है।
राजनीतिक विज्ञान
में ऐतिहासिक
दृष्टिकोण का
अधिकांश उपयोग
इतिहास, घटनाओं,
राजनीतिक प्रक्रियाओं,
और शासन
प्रणालियों के
अध्ययन में
किया जाता
है। यह
प्रक्रिया हमें
राजनीतिक घटनाओं
का जन्म,
विकास और
प्रभाव समझने
में मदद
करती है।
ऐतिहासिक पद्धति का उद्देश्य
:
ऐतिहासिक
दृष्टिकोण का
उद्देश्य अतीत
की घटनाओं
को व्यवस्थित
और वैचारिक
रूप से
विश्लेषित करना
है ताकि
हम उन्हें
समझ सकें
और भविष्य
में कुछ
सीख सकें।
इसका मुख्य
उद्देश्य यह
है कि
हम अतीत
की घटनाओं
के कारणों
और उनके
प्रभावों को
समझकर वर्तमान
और भविष्य
की नीतियों
को बनाने
में मदद
कर सकें।
मुख्य विशेषताएँ (Characteristics) :
1. कालक्रमबद्ध अध्ययन
ऐतिहासिक दृष्टिकोण घटनाओं को कालक्रम के अनुसार देखता है। यह प्रक्रिया घटनाओं को समय और परिस्थितियों के अनुसार व्यवस्थित करती है ताकि उनके आपसी संबंधों और प्रभावों को सही ढंग से समझा जा सके।
2.
प्रामाणिक
साक्ष्य का उपयोग
ऐतिहासिक
अध्ययन प्रामाणिक
साक्ष्य (पुराने
कागजात, पत्र,
अभिलेख, सरकारी
दस्तावेज़) का
विश्लेषण करता
है। इन
साक्ष्यों से
अतीत की
घटनाओं को
सही संदर्भ
में समझने
की कोशिश
की जाती
है।
3.
कारण
और प्रभाव का विश्लेषण
ऐतिहासिक
दृष्टिकोण में,
घटनाओं के
कारणों और
उनके परिणामों
का विश्लेषण
महत्वपूर्ण है।
यह प्रक्रिया
यह समझने
की कोशिश
करती है
कि किसी
विशेष घटना
ने समाज,
अर्थव्यवस्था या
राजनीति पर
क्या प्रभाव
डाला और
वह प्रभाव
कैसे विकसित
हुआ।
4.
संदर्भ
का महत्व
ऐतिहासिक
दृष्टिकोण में,
एक घटना
को समय
और परिस्थितियों
के संदर्भ
में देखा
जाता है।
यह दृष्टिकोण
किसी भी
घटना को
उसके ऐतिहासिक
संदर्भ से
अलग नहीं
देखता। यह
उस समय
की आर्थिक,
सामाजिक और
राजनीतिक परिस्थितियों
को देखते
हुए घटनाओं
का विश्लेषण
करता है।
5.
समाज
और राजनीति के कनेक्शन का विश्लेषण
ऐतिहासिक
दृष्टिकोण भी
समाज और
राजनीति के
बीच का
संबंध समझने
में मदद
करता है।
यह बताने
की कोशिश
करता है
कि कैसे
राजनीति और
समाज में
बदलाव एक
दूसरे से
जुड़े हुए
हैं और
कैसे एक
घटना दूसरी
घटना को
जन्म देती
है।
ऐतिहासिक पद्धति का महत्व
:
1.
अतीत
के कारणों को समझना
ऐतिहासिक
प्रक्रिया का
सबसे महत्वपूर्ण
लक्ष्य है
पता लगाना
कि किसी
घटना का
मूल कारण
क्या था।
यह हमें
यह समझने
में मदद
करता है
कि समाज
में बदलाव
क्यों हुआ
और इसके
परिणाम क्या
थे।
2.
वर्तमान
और भविष्य की दिशा निर्धारित करना
ऐतिहासिक
दृष्टिकोण भी
हमें वर्तमान
परिस्थितियों को
समझने में
मदद करता
है। इससे
हमें भविष्य
की नीति
बनाने में
सहायता मिलती
है। उदाहरण
के तौर
पर, हम
1857 के भारतीय
विद्रोह को
देखकर समझ
सकते हैं
कि यह
घटना कैसे
भारतीय स्वतंत्रता
संघर्ष को
जन्म देती
थी।
3.
सामाजिक
और राजनीतिक संरचनाओं में सुधार
ऐतिहासिक
प्रक्रिया का
इस्तेमाल किया
जाता है
ताकि पता
लगाया जा
सके कि
कौन से
घटक समाज
को बेहतर
बना सकते
हैं और
कौन से
घटक बदलाव
को रोक
सकते हैं।
इससे वर्तमान
में क्या
सीखा जा
सकता है
और अतीत
में हुए
सुधारों का
समाज पर
किस प्रकार
का प्रभाव
पड़ा, यह
समझने में
मदद मिलती
है।
ऐतिहासिक पद्धति के प्रमुख प्रकार :
1.
सिद्धांत
आधारित ऐतिहासिक अध्ययन (Theoretical
Historical Analysis)
इस
तरह के
अध्ययन में
एक विशेष
सिद्धांत या
दृष्टिकोण का
उपयोग करके
अतीत की
घटनाओं का
विश्लेषण किया
जाता है।
उदाहरण के
तौर पर,
पूंजीवाद या
समाजवाद के
सिद्धांतों के
अनुसार इतिहास
का अध्ययन
करना
2.
तुलनात्मक
ऐतिहासिक अध्ययन (Comparative
Historical Analysis)
इस तरह
के अध्ययन
में विभिन्न
कालखंडों की
तुलना की
जाती है।
इस अध्ययन
का उद्देश्य
है कि
समान घटनाओं
के विभिन्न
संदर्भों में
क्या अंतर
और समानताएँ
थीं।
3.
वैश्विक
ऐतिहासिक अध्ययन (Global Historical
Analysis)
विभिन्न
देशों और
सभ्यताओं की
घटनाओं को
एक साथ
समझने की
कोशिश करते
हुए, इतिहास
को वैश्विक
दृष्टिकोण से
देखा जाता
है।
ऐतिहासिक पद्धति के उदाहरण :
1.
भारतीय
स्वतंत्रता संग्राम का अध्ययन
भारतीय
स्वतंत्रता संग्राम
के विभिन्न
चरणों, जैसे
1857 का विद्रोह,
महात्मा गांधी
का आंदोलन,
और भारतीय
संविधान की
रचना, का
ऐतिहासिक अध्ययन
करके यह
समझा जा
सकता है
कि यह
कैसे विकसित
हुआ और
उसके परिणाम
क्या थे.
भारतीय समाज
में।
2.
फ्रांसीसी
क्रांति का अध्ययन
फ्रेंच
क्रांति का
ऐतिहासिक अध्ययन
यह समझने
में मदद
करता है
कि जनता
ने राजशाही
और सामाजिक
असमानताओं के
खिलाफ क्यों
विद्रोह किया
और इसके
बाद राजनीति
में क्या
हुआ।
3.
द्वितीय
विश्व युद्ध का अध्ययन
द्वितीय
विश्व युद्ध
के कारणों
और प्रभावों
का ऐतिहासिक
अध्ययन करना
यह समझने
में सहायक
होता है
कि यह
युद्ध वैश्विक
राजनीति, समाज
और अर्थव्यवस्था
पर किस
प्रकार प्रभाव
डाला और
इसके परिणामस्वरूप
देशों के
बीच शक्ति
संतुलन कैसे
बदल गया।
4.
मौर्य
साम्राज्य का ऐतिहासिक अध्ययन
मौर्य
साम्राज्य का
अध्ययन बताता
है कि
राजनीतिक और
सामाजिक बदलाव
चंद्रगुप्त मौर्य
और अशोक
के शासन
में हुए,
और इस
साम्राज्य का
भारतीय उपमहाद्वीप
की राजनीति
और संस्कृति
पर क्या
प्रभाव पड़ा।
ऐतिहासिक पद्धति का उपयोग किस प्रकार किया जाता है? :
1.
संविधान
निर्माण प्रक्रिया का ऐतिहासिक अध्ययन
भारतीय
संविधान के
निर्माण की
प्रक्रिया का
ऐतिहासिक अध्ययन
आपको यह
समझने में
मदद करता
है कि
संविधान सभा
के सदस्यों
ने किन
ऐतिहासिक घटनाओं
और सामाजिक
जरूरतों को
ध्यान में
रखते हुए
संविधान बनाया
था।
2.
राजनीतिक
क्रांतियाँ
ऐतिहासिक
प्रक्रिया का
इस्तेमाल किया
जाता है
कि विभिन्न
देशों में
राजनीतिक क्रांतियाँ
क्यों हुईं
और उनके
परिणामों ने
शासन और
समाज को
किस प्रकार
प्रभावित किया।
निष्कर्ष
:
राजनीतिक विज्ञान में ऐतिहासिक दृष्टिकोण बहुत
महत्वपूर्ण है।
इससे
हम
अतीत
की
घटनाओं
को
समझ
सकते
हैं
और
वे
किस
प्रकार
समाज,
राजनीति और
संस्कृति में
बदलाव
लाए।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण न
केवल
अतीत
का
विश्लेषण करता
है,
बल्कि
वर्तमान और
भविष्य
के
लिए
भी
सुझाव
देता
है,
ताकि
हम
भविष्य
में
बेहतर
निर्णय
ले
सकें
और
अपनी
गलतियों से
सीख
सकें।